सकारात्मक सोच वाले उद्धरण वही हो सकते हैं जो आपको अधिक सकारात्मक सोचने के लिए प्रेरित करने के लिए आवश्यक हों। हम बहुत कठिन समय में जी रहे हैं।
जब आप समाचार देखते हैं या अपना सोशल मीडिया पढ़ते हैं, तो ऐसा लगता है कि लोग पहले से कहीं अधिक क्रोधित, उदास और तनावग्रस्त हैं।
अभी जीवन के बारे में नकारात्मक महसूस करना आसान है, लेकिन मुझे आशा है कि ये सकारात्मक सोच उद्धरण आपको इसके उज्ज्वल पक्ष को देखने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। उद्धरणों के बीच, मैंने सकारात्मक सोच पर कुछ अध्ययन भी जोड़े हैं जो आपको दिलचस्प लग सकते हैं।
सकारात्मक सोच वाले उद्धरण पढ़ने के क्या लाभ हैं?
ठीक है, क्या आप जानते हैं कि केवल सकारात्मक सोच से आप किसी भी काम में सफल होने की संभावना बढ़ा सकते हैं?
अपने जीवन को पूर्ण और खुशहाल बनाने के लिए, आपको आशावादी होना चाहिए और अच्छे वाइब्स विकसित करना चाहिए।
अधिकांश मनोवैज्ञानिक अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक सोच की सलाह देते हैं।
आपने शायद इस विचार के बारे में सुना होगा लेकिन इसे खारिज कर दिया।
सच है, इसमें पानी है।
सकारात्मक सोच आपको बेहतर बनाने में मदद कर सकती है:
- मानसिक स्वास्थ्य
- सामान्य स्वास्थ्य
- आत्मविश्वास
- दूसरों के साथ संबंध
- अपनी मानसिकता को सुधारने के कई तरीके हैं।
एक तरीका यह है कि सकारात्मक लोगों या अन्य लोगों के साथ जुड़ें जो अच्छे दृष्टिकोण रखते हैं और असफल होने पर भी आपको प्रोत्साहित करते रहेंगे।
सुस्त महसूस होने पर भी आप उत्साही होकर भी सकारात्मकता बनाए रख सकते हैं।
उत्थान उद्धरण पढ़ना आपको आशावादी होने के लिए प्रेरित कर सकता है।
उस संबंध में, नीचे कुछ प्रेरक सकारात्मक सोच उद्धरण और नीतिवचन हैं जो आपको एक नया दृष्टिकोण प्राप्त करने में मदद करेंगे।

जो तुम्हारी बातें सुनते हुए इधर-उधर देखें उस आदमी पर कभी विश्वास न करें।
ज़िन्दगी आसान नहीं होती उसे आसान बनाना पड़ता है, कुछ अंदाज़ से तो कुछ नज़रअंदाज़ से।
ताकत अपने लफ्जों में डालो,
आवाज में नहीं
क्योंकि फसल बारिश से उगती हैं,
बाड़ से नहीं.
जिंदगी के सफर में
बस इतना ही सबक सीखा हैं,
सहारा कोई कोई ही देता हैं,
धक्का देने को हर शख्स तैयार बैठा हैं.
वो भी क्या दिन थे जब घडी
एकाध के पास होती थी,
और समय सबके पास होता था.
प्रशंसा से पिघलना मत
और आलोचना से उबलना मत.
उसूलों पे जहाँ आँच आये वहा टकराना ज़रूरी हैं,
जो ज़िन्दा हो तो फिर ज़िन्दा नज़र आना जरुरी है.

ख़राब तबियत से व्यक्ति जितना कमजोर नहीं होता उससे ज्यादा वह नकारात्मक विचारों से थकता है..
ज़िंदगी में हम कितने सही और कितने गलत हैं, ये सिर्फ दो ही शख़्स जानते हैं, परमात्मा और अंतरआत्मा।
नकारात्मक विचारों को अपने मन में प्रवेश करने की अनुमति ना दें
क्योंकी ये वो झंखाड़ होती हैं जो आत्म-विश्वास कम कर देती है..
कामयाबी कुछ नहीं बस एक नाकामयाब व्यक्ति के संघर्ष की कहानी होती है..
आपके ख़िलाफ होने वाली बातों को खामोशी से सुन लिजिए..यकिन मानिए, वक्त उसे बेहतर जवाब देगा..!
हीरे को परखना है तो अँधेरे का इंतेज़ार करो, क्योंकि धूप में तो काँच के टुकड़े भी चमकने लगते हैं।
विफलता का मौसम सफलता के बीज बोने का सर्वश्रेष्ठ समय है।

यदि आप बार-बार शिकायत नहीं करते हैं तो आप किसी भी कठिनाई को दूर कर सकते है।
सौंदर्य तो अस्थाई है लेकिन मन आपका जीवन भर साथ देता है।
ताश का जोकर और अपनों की ठोकर, अक्सर बाजी घुमा देते है।
आँखों में गर हो गुरुर,
तो इंसान को इंसान नहीं दिखता,
जैसे छत पर चढ़ जाओ तो,
अपना ही मकान नहीं दिखता.
सुनो, अगर तुम अपना राज़ किसी को बताओगे,
तो तुम उसके गुलाम हो जाओगे.
दीदार की तलब हो तो
नज़रे जमाये रखना ग़ालिब,
क्यूंकि नकाब हो या नसीब सरकता जरूर हैं.
तुम क्या किसी को समझाओगे,
खुद भगवान कृष्ण भी
नहीं समझा पाए थे दुर्योधन को.
उजालो में मिल ही जायेगा कोई ना कोई,
तलाश उसकी करो जो अंधेरों में भी साथ दे.

दिल और दिमाग के टकराव में हमेशा दिल की सुनो..
जिसने अपने को वश में कर लिया है, उसकी जीत को देवता भी हार में नही बदल सकते।
सबको गिला है बहुत कम मिला है,ज़रा सोचिए..जितना आपको मिला है उतना कितनों को मिला है!!
जब कोई ‘हाथ’ और ‘साथ’ दोनो छोड़ देता है.. तब कुदरत कोई ना कोई उंगली पकड़ने वाला भेज हो देता है।
अगर लोग आपकी अच्छाई को आपकी कमज़ोरी समझते हैं..तो यह उनकी समस्या है
आप आईना हो आईना बने रहो फिक्र वो करें जिनकी शक्लें खराब है…
जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पर विश्वास नहीं कर सकते।
हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है, इसलिए इस बात का ध्यान रखिये कि आप क्या सोचते हैं.
इंसान अपने जन्म से नहीं अपने कर्मों से महान होता है।
सभी प्रकार के भय से बदनामी का भय सबसे बड़ा होता है।
पेड़ पर नए पत्ते नहीं आते, ठीक उसी तरह कठिनाई और संघर्ष के बिना अच्छे दिन भी नहीं आते।
हौसलें हो अगर बुलंद तो मुट्ठी में हर मुकाम है,
मुश्किलें और मुसीबतें तो जिंदगी में आम हैं.
हसरत पूरी ना हों तो ना सही,
ख्वाहिश करना कोई गुनाह तो नहीं.
इस सफ़र में नींद ऐसी खो गई,
हम न सोए रात थक कर सो गई.
हजार गम मेरी फितरत नहीं बदल सकते,
क्या करू मुझे आदत मुस्कुराने की है.
बहुत कम लोग हैं,
जो मेरे दिल को भाते हैं,
और उससे भी बहुत कम हैं,
जो मुझे समझ पाते हैं.
एक समय में एक काम करो..और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें ड़ाल दो और बाकि सबकुछ भूल जाओ…
पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्च ना करो कि पैसा खर्च करने के लिए ज़िन्दगी में वक़्त ही ना मिले
ज़िन्दगी पल-पल ढलती है, जैसे रेत मुठ्ठी से फिसलती है..शिकवे कितने भी हो हर पल,
फिर भी हँसते रहना क्योंकि ये ज़िंन्दगी जैसी भी है बस एक ही बार मिलती है।
यदी आप सच कहते हैं, तो आपको कुछ याद रखने की जरूरत नहीं रहती..
अगर किस्मत आज़माते-आज़माते थक गये हो, तो कभी खुद को आज़माईये नतीजे बेहतर होंगे।
अगर व्यक्ति अपनी पूरी लग्न के साथ कोई भी काम करता है, तब उसे कभी हार का मुँह देखना नही पड़ता है।
ज़िन्दगी में मनुष्य के आँखे बन्द करने से कभी मुसीबत नही टला करती है, बल्कि उस मुसीबत का सामना करने से मनुष्य की आँखे खुला करती हैं।
असम्भव एवं सम्भव के बीच का अन्तर व्यक्ति की इच्छा शक्ति में निहित होता है !
भरोसा जितना कीमती होता हैं धोखा उतना ही महंगा हो जाता हैं।
कभी फुरसत में अपनी कमियों पर गौर करना दूसरों का आईना बनने की ख्वाहिश मिट जायेगी।
खुद के बारें में न किसी पीर से पूछो न किसी फ़क़ीर से पूछो…
बस कुछ देर आँखें बंद कर अपने ज़मीर से पूछो।
ख़ुशी के लिए काम करोगे तो ख़ुशी नहीं मिलेगी, लेकिन ख़ुश होकर काम करोगे तो ख़ुशी जरूर मिलेगी।
यह चिंता छोड़िए कि लोग आपके बारें में क्या सोच रहें हैं;
वे तो स्वयं इस चिंता में डूबे हैं कि आप उनके बारें में क्या सोच रहे हैं!
बिना झुके खाली होना लगभग नामुमकिन है;
अगर अंदर से अहंकार खाली करना है, तो झुकना ही एकमात्र उपाय है..
जहां तक दिखाई दे रहा हो वहां तक जाईए, जब आप वहां पहुचेंगे, आप और आगे देख पाएंगे..
“अच्छी ज़िन्दगी और अच्छा खाना बनाने में समय लगता है I”
“जिंदगी को अपने स्वादानुसार जिये।”
“कुछ खाने के लिए जीते है, कुछ खिलाने के लिए जीते है I”
“रोटियां तीन दिन पुरानी थी और भूख चार दिन पुराना था और भूख जीत गया I “
आंसू वो खामोश दुआ है जो सिर्फ खुदा ही सुन सकता है।
कितना भी पकडलो फिसलता ज़रूर है, ये वक्त है जनाब बदलता ज़रूर है।
आगे चलकर हिसाब होना है इसलिए बे-हिसाब जी लिजीए।
हम जो है, उसके जिम्मेदार हम खुद है..और
जो हम बनना चाहते है, वो बनने की शक्ति हम अपने अंदर रखते है।
जब कोई अपना अगला कदम पहचानने लगता है, तो बड़े परिवर्तन का आरंभ हो जाता है।
“मेहनत करने का कोई मौसम नहीं होता, जब करना शुरू करो वही मौसम हसीं बन जाती है I”
“मौसम की सबसे अच्छी बात है की वो समय के साथ चलती है, तू भी समय के साथ चल सफलता तेरी क़दमों में होगी। “
“सफल इंसान अपने आप को मौसम के अनुसार बना लेता है I”
“वक्त, हालत, मौसम कैसे भी हों, तू लड़ना सीख, तू चलना सीख, तू आगे बढ़ना सीख।”
आप अगर ऐसा सोचते हो, की सब कुछ अच्छा होगा, तो जरूर वही होगा।
सकारात्मक व्यक्ति सदा दूसरों में भी अपनी सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता हैं..
अगर आसमान वाले से आपके रिश्ते मजबूत है तो ज़मीन वाले आपका कुछ नही बिगाड़ सकते…
“चिंता ना करना इंसान की सबसे बड़ी दवा है I”
“खुशियां सब कुछ पा लेने में नहीं, जितना मिला उसमें थोड़ा बाँट देना असली ख़ुशी है।”
“खुश रहने के लिए खुद से बात करनी पड़ती है।”
“बिना ख़ुशी के भी जो हँसना जानते हैं, वो ही असल में ख़ुशी का मतलब जानते हैं।”
मन अशांत है और उसे नियंत्रित करना कठिन है लेकिन इसे वश में किया जा सकता है।
भरोसा रखें…हम जब कहीं किसी का अच्छा कर रहे होते हैं,
तब हमारे लिए भी कहीं कुछ अच्छा हो रहा होता है।
यूं ही नही होती हात कि लकिरों के आगे ऊँगलियां, रब ने भी किस्मत से पहले मेहनत लिखी है।
“कर्म करो फल मिलता है, जितना गहरा होता है कुआं, उतना मीठा जल मिलता है I”
“अन्न की बर्बादी न करे, बचे हुए भोजन का सदुपयोग करें।”
“खुद भूखा रहकर किसी को खिलाकर तो देखिए, कुछ यूं इंसानियत का फ़र्ज निभाकर तो देखिए। “
“ज़िन्दगी में उतार चढ़ाव आना बहुत जरूरी है I”
“किसी और से ना सही तो मौसम से तो सीख, की समय के साथ अपने आप को कैसे बदलना है I”
“तू अपने किरदार में ऐसी रंगीनियत भर की, बहारें भी तुझे छू के गुजरे।”
“तू समय के हिसाब से बदलेगा, तभी इस दुनियां में आगे बढ़ेगा I “
“आहिस्ते आहिस्ते जो खाना और Business बनता है, उसका आनंद बहुत समय तक आता है I”
“इस दिन एक दिया आप भी जलाओ विश्वास का I”
“जब एक चुटकुले पर दो बार हंसी नहीं आती, तो एक दुःख पर बार बार क्यों रोते हो।”
“आपकी खुशी आपकी मानसिकता पर निर्भर करती है।”
“हर पल मुस्कुराओ, बड़ी खास है ज़िंदगी।”
“किसी और से ना सही तो मौसम से तो सीख, की समय के साथ अपने आप को कैसे बदलना है I”
“तू अपने किरदार में ऐसी रंगीनियत भर की, बहारें भी तुझे छू के गुजरे।”
“तू समय के हिसाब से बदलेगा, तभी इस दुनियां में आगे बढ़ेगा I “
“आहिस्ते आहिस्ते जो खाना और Business बनता है, उसका आनंद बहुत समय तक आता है I”
कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है,
बेहतर ज़िंदगी के लिए,
कांटोभरे रास्तो से भी गुजरना पड़ता है.
जब भी ज़िंदगी आपको पटक दे या पीछे ढकेल दे,
तो समझ जाना एक बड़ी छलांग लगाने का वक़्त आ गया है.
सच की राहों पर चलो तो फायदा ही फायदा होता है,
क्योंकि इस राह पर भीड़ हमेशा कम होती है.
पैरों में आई मोच और छोटी सोच
इंसान को आगें नहीं बढ़ने देती हैं.
किसी ने पूछा,
इस दुनिया में आपका अपना कौन हैं?
मैंने हंसकर कहा- समय
अगर वो सही तो सभी अपने वरना कोई नहीं.
जिंदगी में कुछ नेक काम ऐसे भी करने चाहिए जिनका, उस ऊपर वालें के सिवा कोई दुसरा गवाह ना हो।
जब कोई विचार अनन्य रुप से मस्तिष्क पर अधिकार कर लेता है
तब वह वास्तविक, भौतिक या मानसिक अवस्था में परिवर्तित हो जाता है!
जीवन मिलना भाग्य की बात है, मृत्यु होना समय की बात है,
पर मृत्यु के बाद भी लोगों के दिलों में जीवित रहना ये कर्मों की बात है।
सब्र कोई कमज़ोरी नही होती है ये वो ताकत होती है जो सब में नहीं होती..!!
दुआएं कभी खाली नहीं जाती हैं बस सही वक्त पर कबूल होती है।
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता हैं, जैसा वो विश्वास करता हैं वैसा वो बन जाता हैं..
सब्र कोई कमज़ोरी नही होती है ये वो ताकत होती है जो सब में नहीं होती।
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता हैं, जैसा वो विश्वास करता हैं वैसा वो बन जाता हैं।
अगर नियत अच्छी हो तो नसीब कभी बुरा नहीं होता..!
कामयाबी कुछ नहीं बस एक नाकामयाब व्यक्ति के संघर्ष की कहानी होती है..
कितना भी पकडलो फिसलता ज़रूर है, ये वक्त है जनाब बदलता ज़रूर है।
अच्छी ज़िन्दगी और अच्छा खाना बनाने में समय लगता है I
पैसा हैसियत बदल सकता हैं,
औक़ात नहीं.
बुरा वक्त रुलाता है,
मगर बहुत कुछ सीखा कर जाता है.
जीतने वाला ही नहीं,
बल्कि कहाँ पर क्या हारना है,
ये जानने वाला भी सिकंदर होता है.
किसी की तारीफ़ करने के लिए जिगर चाहिए,
बुराई तो बिना हुनर के किसीकी भी की जा सकती हैं.
तुझसे कोई शिकायत नहीं है ऐ ज़िन्दगी
जो भी दिया है वही बहुत है.
जरुरी नहीं की कुत्ता ही वफादार निकले,
वक़्त आने पर आपका वफादार भी
कुत्ता निकल सकता है.
सब कुछ काॅपी हो सकता है लेकिन चरित्र और व्यवहार नहीं..!
अपनी सोच को काबू में रखिए क्योकि आपकी सोच ही असलियत का रुप लेगी।
अगर नियत अच्छी हो तो नसीब कभी बुरा नहीं होता..!
कर्म का कोई Menu नही होता, जो आप Serve करेंगे, वहीं आप Deserve करेंगे!!
सच की राहों पर चलो तो फायदा ही फायदा होता है क्योंकि इस राह पर भीड़ हमेशा कम होती है।
जो मेहनत पे भरोसा करते हैं वो किस्मत की बात कभी नही करते।
वक़्त के साथ सब कुछ बदल जाता है लोग भी रास्ते भी एहसास भी और कभी कभी हम खुद भी।
पैसा कमाने के लिये इतना वक़्त खर्च ना करो कीपैसे खर्च करने के लिये ज़िन्दगी में वक़्त ही ना मिले।
जिस दिन आपने अपनी जिन्दगी को खुलकर जी लिया वही दिन आपका है बाकी तो सिर्फ केलेंडर की तारीखें हैं।
सच्चे इंसान गलती कर सकते है पर किसी के साथ गलत नहीं कर सकते।
साधन नहीं संकल्प होनी चाहिए कुछ कर गुज़रने के लिए।
हर इंसान के पास अपनी गम की दास्तान है, सुनाने वाला हर कोई है, पर सुनने वाला कोई नहीं है।
कभी कभी अपने आप में खो जाना भी बहुत हसीन लगता है।
आपकी आखिरी गलती ही आपकी सबसे बड़ी शिक्षक है।
निंदा उसी की होती हैं जो ज़िन्दा हैं,
मरने के बाद तो सिर्फ तारीफ़ होती हैं.
दो चेहरे इंसान कभी नहीं भूलता,
एक मुश्किल में साथ देने वाला,
दूसरा मुश्किल में साथ छोड़ने वाला.
ग़म की चादर हटाओ और ज़रा देखो बाहर,
औरों के दर्द से तो तुम्हारा दर्द कम है.
अपनी झोपड़ी में राज करना,
दूसरों के महल में गुलामी करने से बेहतर हैं.
किस्मत और सुबह की नींद,
कभी समय पर नहीं खुलती.
दिमाग में विचारों का ट्रैफिक जितना कम होगा..जिंदगी का सफर उतना ही आसान होगा!!\
मन का झुकना भी बहुत जरुरी है, सिर्फ सर झुकाने से भगवान नहीं मिलते..
मंजर हो सकता है, मजिंल नहीं.. दौर बुरा हो सकता है, लेकिन जिंदगी नहीं..
जितने का मज़ा तब आता है…जब सभी आपके हारने का इंतजार कर रहे हो..!
लफ्ज़ ही होते हैं इंसान का आईना, शक्ल का क्या वो तो उम्र और हालात के साथ अक्सर बदल जाती है।
उतना ही बोलो ज़ुबान से जितना फिर सुन सको कान से।
दुनिया पर जीत हासिल करने से पहले अपने मन पर जीत हासिल करना ज़रूरी है।
अच्छा इंसान अपनी ज़बान से जाना जाता है, वरना अच्छी बातें तो दिवार पर भी लिखी होती हैं।
जीवन में मेहनत करने से दिमाग़ साफ रहता है और सच बोलने से दिल साफ रहता है।
निंदा उसी की होती हैं जो ज़िन्दा हैं,
मरने के बाद तो सिर्फ तारीफ़ होती हैं.
दो चेहरे इंसान कभी नहीं भूलता,
एक मुश्किल में साथ देने वाला,
दूसरा मुश्किल में साथ छोड़ने वाला.
ग़म की चादर हटाओ और ज़रा देखो बाहर,
औरों के दर्द से तो तुम्हारा दर्द कम है.
अपनी झोपड़ी में राज करना,
दूसरों के महल में गुलामी करने से बेहतर हैं.
किस्मत और सुबह की नींद,
कभी समय पर नहीं खुलती.
भिक और सिख,
ठोकरें खा कर ही मिलती हैं.
बीते हुए कल का अफ़सोस
और आने वाले कल की चिंता दो ऐसे चोर हैं,
जो हमारे आज की खूबसूरती को चुरा लेते हैं.
जब इंसान की जरुरत बदल जाती हैं,
तो उसका आपसे बात करने का
तरीका बदल जाता हैं.
उस इंसान से कभी झूठ मत बोलिए,
जिसे आपके झूठ पर भी विश्वास हो.
शोहरत तो बदनामी से ही मिलती है,
सुना है लोग बदनामी के किस्से
कान लगाकर सुनते है.
अगर आप उन बातों और परिस्थितियों की वजह से चिंतित हो जाते हैं, जो आपके नियंत्रण में नहीं;
तो इसका परिणाम समय की बर्बादी और भविष्य का पछतावा हैं…
आप दुःख पर ध्यान देंगे तो हमेशा दुःखी रहेंगे, आप सुख पर ध्यान देंगे
तो हमेशा सुखी रहेंगे; क्योंकि आप जीस पर ध्यान देते है वहीं चीज सक्रिय हो जाती है।
बुरा वक्त भी गुज़र ही जाता है, बस “रब” को हमारा “सबर” आजमाना होता है..!
चेहरे पर हमेशा मुस्कान का ये मतलब नहीं की जीवन में संघर्ष नहीं है..बस उपर वाले पर भरोसा ज्यादा है!!
ज़िन्दगी में अगर कुछ बड़ा करना हैं तब दो चीजें हमेशा याद रखना;
पहला जो खोया हैं उसका ग़म नहीं और जो पाया हैं वो भी किसी से काम नहीं..!!
एक अच्छी पुस्तक हज़ार दोस्तों के बराबर होती है ! लेकिन एक अच्छा दोस्त एक पुस्तकालय के बराबर होता है।